दबोचा गया हाईवे पर ट्रकों को निशाना बनाने वाला चोरों का गैंग

दबोचा गया हाईवे पर ट्रकों को निशाना बनाने वाला चोरों का गैंग


राष्ट्रीय राजमार्गो पर खडे ट्रकों से डीजल, बैट्री और टायर चोरी करने वाले अंतरजनपदीय गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। इस गैंग के छह सदस्यों को गौरीबाजार पुलिस व एसओजी ने रविवार को गिरफ्तार किया। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक डा. श्रीपति मिश्र ने रविवार को पत्रकारवार्ता में दी।


एसपी ने बताया कि पिछले दिनों नेशनल और स्टेट हाइवें पर चोरों के गिरोह द्वारा ट्रकों से बैट्री, डीजल चोरी की सूचना मिल रही थी। इसको देखते हुए स्वाट, एसओजी, सर्विलांस टीम को लगाया गया। रविववार की सुबह गौरीबाजार थानेदार को सूचना मिली कि दो लग्जरी गाड़ी सिरजम चौराहे पर खड़ी है। ये आपस में सड़क के किनारे खड़ी ट्रकों से तेल निकालने की चर्चा कर रहे हैं। 


थानेदार विजय सिंह गौर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जानकारी स्वाट, एसओजी और सर्विलांस टीम को दी। घेरेबंदी कर टाटा सफारी में बैठे लोगों को एसओजी ने दबोच लिया। पूछताछ में उनकी पहचान प्रेम चन्द्र यादव पुत्र रामधारी यादव निवासी गागेंपुर मठिया थाना रौनापार जिला आजमगढ़, अंजेश पुत्र सुग्रीव निवासी कठवितया थाना मूर्तिया जनपद बहराईच, कृष्णा पासवान पुत्र कन्हैया लाल निवासी राम नगर करजहाँ थाना खोराबार जिला गोरखपुर के रूप में हुई। 


उनके पास से एक तमंचा और कारतूस के साथ ही एक प्लास्टिक गैलन में रखा 50 लीटर डीजल, चार गैलन, डेढ़ व दो इंच के दो पाईप और दो चोरी की बैट्री बरामद हुई। इन सभी की निशानदेही पर कुछ दूरी पर दूसरे गाड़ी में बैठे चन्द्रेश पुत्र प्रभुनाथ निवासी रामनगर करजहाँ थाना खोराबार जनपद गोरखपुर, सीताराम निषाद पुत्र तुफानी निषाद निवासी रामनगर करजहाँ थाना खोराबार जनपद गोरखपुर और सत्येन्द्र सिंह उर्फ राजन पुत्र स्व. रामानन्द सिंह निवासी बड़ा गाँव चौराहा पिपराईच थाना पिपराईच जनपद गोरखपुर को दबोच लिया गया। 


इनके पास से दो असलहे, टाटा सूमो में 50-50- लीटर के चार खाली गैलन व दो पाइप 4 टावर की बैट्री बरामद हुई। गिरोह का खुलासा करने वाले टीम को पांच हजार रुपया और एक गुड इंट्री देने की घोषणा एसपी ने किया। उन्होंने कहा कि एडीजी जोन से प्रशस्ति पत्र के लिए भी लिखा जाएगा।


गाड़ी बुक कर सरगना करता था चोरी
गैंग का सरगना प्रेमचंद्र यादव ड्राइवरी का काम करता था। वह गोरखपुर के एक व्यक्ति की सफारी गाड़ी किराए पर चलाता था। मालिक का विश्वास हासिल कर उनकी गाड़ी 36 हजार रुपए प्रति माह पर ले लिया था। उसी गाड़ी से वह घटनाओं को अंजाम देता था। गैंग से जुड़े चारों को प्रेमचंद्र पांच से छह सौ रुपए एक रात का देता था। चोरी का डीजल ये लोग तय रेट से पांच रुपए सस्ता बेचते थे।  


वाहनों के साथ ही टॉवर को भी बनाते थे निशाना
आजमगढ़ के रहने वाले गिरोह के सरगना प्रेम चन्द यादव ने बताया कि वे लोग  देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, मऊ, आजमगढ़, बलिया, बस्ती, संतकबीर नगर जिलों में राष्ट्रीय राज्यमार्ग और स्टेट हाइवे पर खड़ी ट्रकों से निशाना बनाते थे। ट्रकों से डीजल, टायर और बैट्री चुराकर बेच देते थे। इसके अलावा टॉवर की बैट्री भी चोरी करते थे।